इस तरह बनेगा स्वर्ग सभी संसार रे.....।
सबसे पहले आर्य नेता संसद में भिजवाये जाएं।
भ्रष्टाचारी खोज-खोज जहाजों में बिठाए जाएं।
ले जाकर समुन्दर बीच बांधकर डुबाए जाएं।
मद्य वस्तुओं के ठेके बन्द सब कराए जाएं।
पीते जो शराब उल्टे पेड़ों के लटकाए जाएं।
मांस खानेवाले गरम तेल में पकाए जाएं।
पके हुए तन के लगभग टुकड़े सौ करवाए जाएं।
चील काग कुत्ते आदि जीवों को खिलाए जाएं।
सुलफा सट्टेबाजों पर भी पड़े गजब की मार रे।।1।।
करते जो ब्लैक गरम खम्भों के बंधवाए जाएं।
गिनकर के पचास कोडे़ पीठ पर लगवाए जाएं।
जेब कतरे चोर लुटेरे चीरकर सुखाए जाएं।
लुच्चे गुण्डे बेईमान गोली से उड़ाए जाएं।
चीजों में मिलावट करें जेल में भिजवाए जाएं।
डांडी मारे कमती तोलें खोद के गडवाए जाएं।
झूठी जो गवाही देते कोल्हू में पिलवाए जाएं।
पंच जो अन्याय करते होली में जलाए जाएं।
चुगलखोर हों खत्म करें जो दिन-रात बिगार रे।।2।।
डाकू और बागी के पांव घुटनों से कटवाए जाएं।
मुस्टण्डे भिखारी सब काम पे लगवाए जाएं।
कामी नर-नारी आधे धरती में गडवाए जाएं।
रिश्वतखोर लोगों के तन आरे से कटवाए जाएं।
नंगे तन पर बेंत मारकर कुत्ते पीछे छुड़वाए जाएं।
धोखेबाज लफंगे प्लेटफार्म पे ले जाए जाएं।
आवे जब तूफानमेल आगे सब गिराए जाएं।
सांगी और नचकैयों का करे कोई नहीं सत्कार रे।।3।।
जुआरी मटकेबाज हवालात में पहुंचाए जाएं।
बीड़ी पीनेवालों के मुंह इंजन से बंधवाए जाएं।
हुक्का पीनेवालों के मुंह में खूंटे ठुकवाए जाएं।
भांग पीनेवालों पक्के रोड पे सुलवाए जाएं।
मालभरे ठेले उनपे सारे दिन घुमाए जाएं।
बूचड़खाने तोड़ प्राण गऊओं के बचाए जाएं।
अलग-अलग लड़का-लड़की गुरुकुल में पढ़ाए जाएं।
कहे ‘नरदेव’ सुखी हों फिर दुनिया के नर-नार रे।।4।।
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