शुक्रवार, 28 अक्टूबर 2011

ओ३म् है जीवन हमारा


ओ३म् है जीवन हमारा ओ३म् प्राणाधार है।
ओ३म् है कर्ता विधाता ओ३म् पालन हार है।।1।।


ओ३म् है दुःख का विनाशक ओ३म् सर्वानन्द है।
ओ३म् है बल तेजधारी ओ३म् करुणाकन्द है।।2।।

ओ३म् सबका पूज्य है हम ओ३म् का पूजन करें।
ओ३म् ही के ध्यान से हम शुद्ध अपना मन करें।।3।।

ओ३म् के गुरुमन्त्र जपने से रहेगा शुद्ध मन।
बुद्धि दिन प्रतिदिन बढ़ेगी धर्म में होगी लगन।।4।।

ओ३म् के जप से हमारा ज्ञान बढ़ता जाएगा।
अन्त में प्रिय ओ३म् हमको मोक्ष-पद पहुँचायेगा।।5।।

1 टिप्पणी:

  1. बहुत ही उत्तम कार्य है आपका ,इसी उत्त्साह से कार्य को आगे बड़ा ते रहे
    धन्यवाद ..

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